आज हमें हर प्रकार अध्ययन करने का अवसर प्राप्त होता है।फिर वह खेलखुद हो,कंप्यूटर, शारीरिक, हेल्थकेयर, बोद्धिक आदि चीजो के बारे में पढ़ाया जाता है।हम शिक्षा क्यों लेते है ।
इसका उद्देश्य होता है हम सभी इंसान बने ,ज्ञान मिले और उसके द्वारा हम अपने जीवन मे आगे बढ सके,ज्ञान के माध्यम से इंसान को जानवर से अलग पहचान मिलति है। हम पढ़ाई निम्नलिखित माध्यम से करते है-
1 पाठशाला से
2 यौवसायिक रूप से
3 आर्थिक रूप से
किसी भी शिक्षा का मकसद होता है,बढिया नौकरी लेकर अपना जीवन यापन करना या अपने आपको आत्मनिर्भर करना। अगर नौकरी मिल भी गयी तो हम आर्थिक रूप से सक्षम होते?
- सच तो यह है कि हम सही मायने में आर्थिक यवहार बारे में अनजान होते है।
अपने कभी यह बात निरीक्षण की है कि गुजराती, मारवाड़ी, पारसी, सिंधी इनमे और हमारे क्या फर्क होता कि इनको बचपन से ही आर्थिक बातो का ज्ञान दिया जाता है,उनका एक 12-14 साल का बच्चा भी अर्थपूर्ण जानकारी रखता है।
लेकिन सभी के परिवार से यह मिलेगा यह नही होता है। दुर्भाग्यपूर्ण ही कि हमारे देश मे आर्थिक शिक्षा सभी को मिलती है ? ऐसा कहेगे तो इसका रिजल्ट नही मिलेगा। [ ]आर्थिक साक्षरता क्या है/ basic finecal literacy
आर्थिक रूप से साक्षर होना या पैसे के लेन देंन समझना मुश्किल कार्य नही है।इन शब्दों का सीधा अर्थ होता है आपके पास बुनियादी समझ और रुपयों का महत्व क्या है यह जानना
अगर आपके पास यह चीज़ों का ज्ञान है तो आप दुसरो से अलग पहचान दिलाती है।यह बात आपको धन के बारे में वित्तीय निर्णय लेने में आप को आत्मनिर्भर बनाता है।
तो आर्थिक साक्षरता की परिभाषा क्या हो सकती है।
आप अर्थव्यवस्था को समझने मे सक्षम हो,पैसे बचाने,बिलो को भूगतान ,loan, intrest, investment,आदि का ज्ञान होना
जैसे
1 अपने पैसों का सही लक्ष्य बना कर उसकी ओर कदम बढ़ाने का प्रयास करना2 ~रुपये की बचत,क्रेडिट कार्ड,डेबिट कार्ड कैसे काम करता है ये समझना।lp
3 ~दैनिक अर्थपूर्ण बाजर पे नज़र रखना।
3 ~दैनिक अर्थपूर्ण बाजर पे नज़र रखना।
4.अपने बच्चों को बचपन से बचत की आदत डालना सिखाया करे,उन्हें bank, post office जैसे यवहारके बारे जानकारी दे।
तो दोस्तों अधिकांश स्कूल में व्यक्ति गत आर्थिक व्यहार के बारे पढ़ाई नही होती ।माता पिता को सही जानकारी नही होती वे भी बच्चों में जागरूक नही कर पाते। तो आप मे यह कौशल कैसे आएगा जब तक आप अपने पाठ्यक्रम में अर्थशास्त्र को गंभीरता से नही लगे,तबतक आपको वित्तीय रूप से साक्षर नही सो सकते ।आपको स्वयं साक्षर होना पड़ेगा।
यहाँ से आप आगे चलकर निवेश, बैंकिंग,बहुत सारी सरकारी योजनाओं में निवेश करें।इसके अलावा जैसे insuranc, post office Rd.ये भी आपको 7-8 टक्के रिटर्न देता है।
अगर आपकी बेटी है तो सुकन्या समृद्धी योजना है।
इसके अलावा आप matual fund मे भी निवेश कर सकते है और गोल्ड बॉन्ड है,शेयर बाज़ार में भी निवेश का रास्ता है।
अगर आपको यह जानकारी उपयुक्त लगी तो like ज़रूर करे और
दोस्तों में शेयर करना ना भूले। comments boxमें अपनी राय ज़रूर दे।
तो दोस्तों अधिकांश स्कूल में व्यक्ति गत आर्थिक व्यहार के बारे पढ़ाई नही होती ।माता पिता को सही जानकारी नही होती वे भी बच्चों में जागरूक नही कर पाते। तो आप मे यह कौशल कैसे आएगा जब तक आप अपने पाठ्यक्रम में अर्थशास्त्र को गंभीरता से नही लगे,तबतक आपको वित्तीय रूप से साक्षर नही सो सकते ।आपको स्वयं साक्षर होना पड़ेगा।
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इसके अलावा आप matual fund मे भी निवेश कर सकते है और गोल्ड बॉन्ड है,शेयर बाज़ार में भी निवेश का रास्ता है।
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