SP Balsubrahmanyam इनका पूरा नाम श्रीपति पण्डितराध्युल बालसुब्रमण्यम था। इन्हें या बालू नाम से भी पुकारा जाता था।
इनको छ बार सर्वश्रेष्ठ गायक के राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार भी मिला है।
हम आपके है कौन ,साजन ,लव 100डेज,अंधा कानून,अंगार रोज़ा ऐसे अनेक सुपर हिट फिल्मो को अपनी आवाज़, से मशहूर किया।
अजा शाम होने आई।
दिल दीवाना बिन सजना के माने ना।
तुमसे मिलने की तमन्ना है
बहुत प्यार करते है तुमको सनम।
साथिया ये ये तूने क्या किया ।यह उनके फेेमस गीत थे।
लेकिन यह उनकी पहली फ़िल्म नही थी। हिंदी फिल्मों उन्हें सबसे पहले पहचान दी थी तो वो फ़िल्म थी , 1981 केे एक दूजे के लिये यह कमल हासन की भी यह पहली हिंदी फिल्म, और SP की भी,इस फ़िल्म में लक्ष्मीकांत प्यारेलालजी ने सिर्फ एक सॉन्ग अनूप जलोटा से गवाया बाकी पूरे गीत SPB जी ने गाये थे। इसफ़िल्म के गानों ने नया कीर्तिमान बनाया। यह गीत थे उसके बाद सागर फ़िल्म में भी गीत गाने दिये।
तेरे मेरे बीच मे कैसा हैं बन्धन अनजान।
हम तुम दोनों जब मिलजाएँगे एक नया इतिहास बनायेगे।
Sp बालसुब्रमण्यम ने 1981 में एक अदभुत काम किया था, सुबह आठ बजे से रात नऊ बजे तक कन्नड़ में 21 गानों को रेकॉर्ड किये।
एक दिन सबसे ज़्यादा गाने रेकॉर्ड करना उनका रूटीन काम हो गया था,कमल हासन के लिये डबिंग भी की थी। वह music director, dubbing artist,कुछ फिल्मो अभिनय भी किया जैसे के -
बीच मे हिंदी फिल्मो से कुछ दूरी बना रखी थी, लेकिन बहुत सालो बाद शाहरुख़ खान की चेन्नई एक्सप्रेस के लिये title songs गाया था। बालसुब्रमण्यम ने हिन्दी के अलावा चार प्रमुख दक्षिण भारतीय भाषाओं- तमिल, तेलुगु, कन्नड़ और मलयालम में सर्वाधिक 40 हजार से अधिक गाने गाकर गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड भी दर्ज है।
उनको सन में 2011 गायिकी क्षेत्र में योगदान के लिये देश का तीसरा सर्वोच्च का पदम भूषण पुरस्कार भी दिया गया
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